सिंहसावक का जबड़ा फाड़कर
उसकी दातों की गणना करने वाले,
वीर बालक भरत की वीरता बताने आया हूँ,
विश्व क्षितिज पर भारतीयता
का डंका बजाने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
वेदों का ज्ञान, गीता का
मर्म,
रामायण का प्यार और महाभारत
का शौर्य बताने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
राष्ट्र हीत में जियो,
राष्ट्र हीत में धर्म करो,
राष्ट्र सर्वोपरी है यही
गीता और महाभारत का सार है,
राष्ट्र की रक्षा का फिर से
तैयारी करने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
करो तुम कद्र हरेक मजहब का
यह सिखाने आया हूँ,
जाती का ना तुम भेद करो यह
बताने आया हूँ,
नारी पुजनिये है यह समझाने
आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
मजदूर किसान है देश की शान
यह बताने आया हूँ,
जयजयकार करो तुम जवानों का
यह समझाने आया हूँ,
सम्मान करो तुम विज्ञान का
यह सिखाने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
भ्रष्ट्र सरकार के भ्रष्ट्र
मंत्रियों का पोल खोलने आया हूँ,
बिके हुए अख़बारों का मोल
बताने आया हूँ,
मुझे राग दरवारी नहीं आती
इसलिए ......
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
अन्याय सहकर बैठ जाना महा
दुष्कर्म है,
समस्या से मुहँ छिपाना
अधर्म है,
अगर आप समस्या के समाधान का
हिस्सा नहीं तो आप भी इक समस्या हो
यह समझाने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
गाँधी,सुभाष,तिलक,आजाद,भगत
और पटेल के कर्म दोहराने आया हूँ,
भारत को खुशहाल बनाने के
लिए फिर से क्रांती की बीज बोने आया हूँ |
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||
हम होंगे कामयाब, हम होंगे
कामयाब
यह विश्वाश दिलाने आया हूँ
|
हे वीर युवाओं भारत में फिर
से अलख जगाने आया हूँ ||